जब डॉक्टर ने जया बच्चन से कहा ,उनके पति को आखरी बार देखले लो… जाने पूरा किस्सा

26 जुलाई 1982 को मनमोहन देसाई की फिल्म कुली की शूटिंग के दौरान अमिताभ का एक्सीडेंट हो गया था। फिल्म कुली की शूटिंग बेंगलुरु से कुछ 16 किलोमीटर दूर चल रही थी।

अमिताभ बच्चन पुनीत इस्सर के साथ एक फाइट सीन की शूटिंग के दौरान कूदने ही वाले थे। लेकिन वह छलांग मिस टाइम थी। इससे उसके पेट के पास पड़ी मेज के कोने में गहरा घाव हो गया।

घटना के बाद अमिताभ ने शूटिंग रोक दी और होटल चल दिए। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, उनकी सेहत में गिरावट आने लगी।

कुछ ही घंटों में उसकी हालत बिगड़ गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। आपको बता दें कि इस समस्या का जिक्र खुद अमिताभ बच्चन ने 2 अगस्त 2015 को अपने ब्लॉग में किया था।

2 अगस्त 1982 को ब्रीच कैंडी अस्पताल में मेरे जीवन को घेरने वाले बादल और गहरे हो गए। मैं जिंदगी और मौत से लड़ रहा था। कुछ दिनों बाद एक और सर्जरी के बाद काफी देर तक उन्हें होश नहीं आया।

जया को मरने से पहले आखिरी बार अपने पति से मिलने के लिए आईसीयू में भेजा गया था।

लेकिन डॉक्टर उदवाडिया ने एक आखिरी कोशिश की। उन्हें एक के बाद एक कई कोर्टिसोन इंजेक्शन दिए गए। तो मान लीजिए कोई चमत्कार हुआ है। मेरा पैर का अंगूठा हिल गया। जया सबसे पहले इस चीज़ को देखती हैं और बूम करती हैं “देखो ये जिंदा है।”


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