आज 40 सालो बाद नदिया के पार के कलाकार दिखते है कुछ ऐसे, इनमे कुछ तो आज दुनिया को छोड़ चले गए हैं

1982 में रिलीज हुई फिल्म नदिया के पार

आज भी बेहतरीन फिल्मों में से एक गिनी जाती है.इसी फिल्म की तर्ज पर हम आपके हैं कौन मूवी बनी, और सलमान माधुरी लोकप्रिय हुए.ये फिल्म पूरी तरह पारिवारिक फिल्म थी,जिसे आज भी बड़े चाव से देखा जाता है.जब ये फिल्म रिलीज हुई थी तब टिकट खिड़की पर घंटों खड़े होकर लोग इस फिल्म के टिकट के लिए मशक्कत करते थे.

भोजपुरी मिश्रित हिंदी में इसके संवाद और गाने काफी हिट हुए थे.उत्तर प्रदेश के जौनपुर में इस फिल्म की शूटिंग की गई थी, तब सचिन और साधना बिलकुल फ्रेश चेहरे थे.यह फिल्म न केवल उत्तर प्रदेश और बिहार में, बल्कि पूरे देश में ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी.फिल्म की रिलीज के इतने साल बीत चुके हैं लेकिन क्या आप जानते हैं इसमें काम करने वाले सितारे अब कहां हैं और कैसे दिखते हैं.

साधना सिंह- गुंजा

फिल्म ‘नदिया के पार’ की गुंजन तो आपको याद ही होंगी.गुंजा का किरदार निभाने वाली ये हीरोइन थीं साधना सिंह.’नदिया के पार’ साधना की डेब्यू फिल्म थी.साधना को इस फिल्म के लिए काफी सराहना मिली थी.इसके बाद उन्होंने करीब 20 फिल्मों में काम किया.इसमें ‘जुगनी’ और ‘मुक्काबाज’ जैसी फिल्में शामिल हैं.साधना लंबे समय से लाइम लाइट से दूर हैं.

साधना का सपना हीरोइन बनना नहीं था इसलिए सफल डेब्यू के बाद उन्होंने गिनती की कुछ फिल्में की और फिर फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दी.इसके बाद उन्होंने टीवी का रुख किया.साधना सिर्फ एक बेहतरीन हीरोइन ही नहीं बल्कि उम्दा सिंगर भी हैं.

सचिन पिलगांवकर – चंदन

इस फिल्म में सचिन पिलगांवकर ने चंदन का किरदार निभाया था.सचिन ने महज 4 साल की उम्र में ही एक्टिंग की दुनिया में डेब्यू कर लिया था.अपनी सहज मुस्कान और अदायगी के बल पर सचिन ने जल्द ही अपनी पहचान बना ली.सचिन की यादगार फिल्मों में राजश्री प्रोडक्शन की ही दो फिल्में अंखियों के झरोखे से और नदिया के पार है.

‘शोले’, ‘त्रिशूल’, ‘सत्ते पर सत्ता’ जैसी कई यादगार फिल्मों में सचिन ने छोटा लेकिन अहम रोल निभाया.सचिन फिल्मों के अलावा कई टीवी सीरियल्स में भी नजर आ चुके हैं.सचिन फिल्मों में अब भी पूरी तरह एक्टिव हैं. वो मराठी और हिंदी दोनों ही इंडस्ट्रीज़ में बतौर एक्टर काम कर रहे हैं.

इंदर ठाकुर- ओमकार

नदिया के पार में इंदर ठाकुर ने चंदन के बड़े भाई ओमकार की भूमिका निभाई थी। हालांकि 35 साल की उम्र में ही उनकी परिवार संग हादसे का शिकार हो गए थे.23 जून 1985 हुए एयर इंडिया फ्लाइट कनिष्क-182 क्रैश में उनकी हो गई थी.इस हवाई जहाज में बैठे सभी 307 पैसेंजर और 22 क्रू मेंबर्स हादसे के शिकार हो गई .ये एक साजिश के तहत किया गया हमला था.

मिताली- रूपा

फिल्म में ओमकार की शादी वैद्य की बड़ी बेटी रूपा से होती है,रूपा का किरदार मिताली ने निभाया था.मिताली ने नदिया के पार के अलावा ले चल अपने संग, वली ए आजम जैसी फिल्मों में काम किया है.

शीला शर्मा- रज्जो

शीला शर्मा ने कई फिल्मों और सीरियल में काम किया है लेकिन नदिया के पार में रज्जो का किरदार उनके यादगार किरदारों में से एक है.शीला ने महाभारत में देवकी का किरदार निभाया था.शीला की पहली फिल्म 1982 में आई ‘सुन सजना’ थी लेकिन पहचान उन्हें उसी साल रिलीज हुई फिल्म ‘नदिया के पार’ से मिली थी

लीला मिश्रा- काकी

लीला मिश्रा बेहद खूबसूरत अभिनेत्री थीं लेकिन उन्होंने कभी कोई लीड रोल नहीं निभाया.ऐसा नहीं था कि उन्हें लीड रोल ऑफर नहीं हुए बल्कि उन्होंने करने से ही मना कर दिया था.इसके पीछे की वजह कही जाती है लीला मिश्रा को पराए मर्दों का छूना बिल्कुल भी पसंद नहीं था.यही वजह थी कि वो हमेशा ही मां, मौसी, नानी और चाची वाले किरदारों में ही नजर आती थीं.नदिया के पार में उन्होंने काकी का किरदार निभाया था। लीला मिश्रा का निधन 17 जनवरी 1988 को दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुआ था


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