इस वजह से राम चरण को जूनियर एनटीआर से ज्यादा ‘आरआरआर’ में मिला है स्क्रीन टाइम, खुद डायरेक्टर एसएस राजामौली ने किया खुलासा

एसएस राजामौली की फिल्म आरआरआर 1000 करोड़ के क्लब में शामिल हो चुकी हैं. इस फिल्म में राम चरण और जूनियर एनटीआर की एक्टिंग को बहुत पसंद किया गया है.

एसएस राजामौली की फिल्म आरआरआर बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही है. राम चरण और जूनियर एनटीआर ने फैंस को अपनी एक्टिंग का दीवाना बना लिया है. ये फिल्म 1000 करोड़ के क्लब में शामिल हो चुकी है और कई फिल्मों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. राम चरण और जूनियर की फिल्म दुनियाभर में छा गई है. रिपोर्ट्स की माने तो राम चरण को फिल्म में जूनियर एनटीआर से ज्यादा स्क्रीन टाइम मिला है. इस पर अब एसएस राजामौली ने रिएक्ट किया है.

एसएस राजामौली ने एक इंटरव्यू में कहा है कि आरआरआर इतनी बड़ी सुपरहिट साबित नहीं होती अगर दोनों सितारों राम चरण और जूनियर एनटीआर को एक जैसा ट्रीट किया जाता. उन्होंने बताया कि क्यों राम चरण का फिल्म में बड़ा किरदार रखा गया.

एसएस राजामौली ने बताई वजह

एसएस राजामौली ने बॉलीवुड हंगामा को दिए इंटरव्यू में बताया कि ये कहना सही नहीं होगा कि राम चरण को सारी वाहवाही मिली है. बतौर डायरेक्टर मैं उस आउटपुट से खुश नहीं हो सकता जो दोनों एक्टर ने दिया है लेकिन आप ये देखते हैं कि एक एक्टर ने दूसरे से बेहतर काम किया है. उदाहरण के तौर पर राम चरण को क्लाइमैक्स में ज्यादा स्पेस दिया गया है क्योंकि ये आखिरी चीज है जिसके साथ आप बाहर जाते हैं जिससे लग रहा है कि चरण को तारक (जूनियर एनटीआर) से ज्यादा अटेंशन मिला है.

एसएस राजामौली ने आगे कहा कि अगर मैं फिल्म को कोमाराम भीम  पर फिल्म को रोक देता तो ऐसा लगता कि चरण सिर्फ एक साइड पार्ट थे और तारक सारा स्क्रीन स्पेस ले जाते.  एक स्टोरीटैलर के तौर पर आपको इस तरह का जजमेंट नहीं करना होता है. हमेशा ये देखना चाहिए कि बतौर ऑडियन्स आप किरदार के बारे में क्या महसूस कर रहे हैं.

राजामौली ने कहा कि ये ऑडियन्स के परसेप्शन पर डिपेंड करता है कि वह राम चरण और जूनियर एनटीआर को सबसे बड़े स्टार के रुप में देख सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर कहानी देंखेंगे तो पता चलेगा कि तारक ने चरण को दो बार बचाया. वहीं चरण ने तारक को एक बार बचाया. एक प्वाइंट आता है जब चरण कहते हैं,

कि 15 सालों से मेरा गोल साफ नहीं था. तारक ने एक गाने के साथ ही मुझे रास्ता दिखा दिया.  मुझे लगता था कि ताकत आपका हथियार है लेकिन तारक ने मुझे बताया कि इमोशन्स आपके हथियार हैं.  उन्होंने मुझ रास्त दिखाया. अगर आप पर्सपेक्टिव देखेंगे तो आपको महसूस होगा कि  तारक हीरो हैं और चरण उन्हें फॉलो कर रहे हैं.

राजामौली ने आखिरी में कहा कि अगर फिल्म में दोनों एक्टर्स के बीच परफेक्ट बैलेंस दिखाया गया होता तो फिल्म 1000 करोड़ का बिजनेस नहीं कर पाती. आरआरआर ने 1000 करोड़ के क्लब में शामिल में होने के साथ इंडियन सिनेमा की तीसरी सबसे ज्यादा फिल्म है.


Posted

in

by

Tags: