कभी शादियों में गाते थे गाना, रोटी के लिए तरस जाते थे और आज भोजपुरी सिनेमा से करोड़ों कमाते है

दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ अब किसी पहचान के मोहताज नही हैं,भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार की ख्याति पा चुके निरहुआ अब भोजपुरी समाज से बाहर भी अपनी एक अच्छी पहचान बना चुके हैं। उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ काफी संघर्षों से भरी पड़ी हैं बेहद निचले स्तर से उठकर आज निरहुआ आज भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार हैं और भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा पैसे लेने वाले अभिनेता बन कर उभरे हैं इनका स्टारडम भोजपुरी में उच्चतम स्तर पर हैं।

गरीबी में बिता हैं निरहुआ का बचपन:

निरहुआ का वास्तविक नाम दिनेश लाल यादव हैं,भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री में आने के वक़्त ही इन्होंने अपना नाम निरहुआ रख लिया था, इन्होंने भोजपुरी इंडस्ट्री में शुरुवात इन्होंने एक हीरो नही बल्कि एक गायक के रूप में की थी बाद में जाकर ये भोजपुरी फिल्मों में एक एक्टर के रूप में स्थापित हो गए।

निरहुआ का जन्म उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में 2 फरवरी 1979 को हुआ था, इनके पिता कुमार यादव और माता चन्द्रज्योति यादव हैं, पिता कुमार यादव कलकत्ता में 3500 रुपए की नौकरी करते थे इन्हों पैसों में उन्हें घर बार के साथ ही 5 बच्चों की परवरिश की भी जिम्मेदारी थी, साथ ही तीन बेटियों की शादी की भी जिम्मेदारी आगे चलकर पड़ने ही वाली थी, उस समय मोटरसायकल का जमाना नही था लोग अक्सर साईकल से चला करते थे तब के समय मे साईकल होना बड़ी बास्त थी, लेकिन गरीब निरहुआ के पास साईकल का भक्त अभाव था जिसके चलते कई किलोमीटर तक साईकल पर सफर करते थे।

शादियों में गाते थे गाने: निरहुआ का मन बचपन से ही गीत संगीत में लगा रहता था, उनके चाचा विजय लाल यादव इलाके के प्रसिद्ध बिरहा गायक से निरहुआ की प्रेणना बचपन से उनके चाचा विजय लाल यादव ही थे। अपने शुरुआती दिनों में निरहुआ शादियों में गाने गाते थे। उनके बड़े भाई प्यारे लाल यादव और चाचा विजय यादव से ही इन्होंने गाना सीखा था।

आज़मगढ़ से चुने गए हैं सांसद:

निरहुआ ने भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री में नाम कमाने के बाद राजनीति की तरफ रुख किया वो बताते हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर उन्होंने भाजपा का दामन थामा, निरहुआ ने अपना पहला चुनाव समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विरुद्ध लड़ा था जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था,

हार के बावजूद निरहुआ ने आज़मगढ़ की धरती को छोड़ा नही वो अक्सर वहाँ जाते रहते थे और आज़मगढ़ में अपनी फिल्मों की शूटिंग भी करते थे वही दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने यूपी चुनाव 2022 के बाद इस लोकसभा सीट की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था जिसके वजह से यहाँ उपचुनाव कराया गया। इस उपचुनाव में निरहुआ ने शानदार जीत करते हुए अपने नाम के आगे सांसद लिखवा लिया


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