दोस्तो आज के समय सन्तान सुख के लिये लोग कितने परेशान है जिसके बारे में आप सबको जनाकारी है । कई लोग भगवान से मिन्नतें मांगते है तो कई दुनिया भर के डॉक्टर को दिखते है ताकि उन्हें संतान सुख मिल जाये पर आज भी कुछ लोग ऐसे है जो कि संतान सुख मिल जाने के बाद भी बच्चो की कदर नहीं करते है।
जी हां दोस्तो ऐसी ही आज एक घटना के बारे में हम आपको बताने जा रहे है जिसके बाद आपका ममता के ऊपर से विश्वास उठ जायेगा।चलिये जानते है कि आखिर पूरी बात क्या है।
ये घटना है मुंगेली जिला के लोरमी गांव के पास सरिसताल की है जहाँ एक माँ ने आपने पाप की छिपाने के लिये नवजात बच्चे को गांव में कुत्तों के हवाले कर दिया था कि उस नवजात बच्चे को कुत्ते नोच – नोच कर खा जाये लेकिन दोस्तो कहते है ना कि भगवान के पास देर है अंधेर नही ।
जिस नवजात बच्चे को कुत्तों के पास खाने के लिए फेक दिया गया उसे बच्चे की रक्षा कुत्तों ने । जी मां ने अपने बच्चे को कुत्तों के पास काटने के लिए फेका उससे एक बार भी ये दया नहीं आई। उस निर्दयी माँ ने अपने बच्चे को बिना कपड़ों के ऐसे कुत्तों के पास फेक कर चली गयी ताकि किसी को शक ना हो कि ये किसका बच्चा है।
लेकिन दोस्तो उस निर्दयी माँ से ज़्यादा इंसानियत उन कुत्तों पर थी जिनके सामनें खाने के लिये बच्चा पड़ा हो लेकिन उन कुत्तों ने इस बच्चे को खाने की जगह उल्टा इसकी रक्षा करके इंसानियत की एक नई मिशाल पैदा कि।
पूरे गांव को कब हुई बच्चे की जानकारी –
गांव में जब सुबह हुई तो गांव के एक किसान को इस बच्चे की जानकारी हुई तो उसने तत्काल पुलिस को जनाकारी दी जिसके बाद पुलिस आई और बच्चे को तत्काल हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया जहाँ बच्ची अब स्वस्थ हालात मे है।
बच्ची अभी वर्तमान समय मे बाल कल्याण समिति को दे दिया गया । बाल कल्याण समिति ने बच्ची का नाम आकांक्षा रखा है। वही बच्ची की माँ के बारे मे छानबीन पुलिस द्वारा तो की जा रही है लेकिन निर्दयी मां की चर्चा पूरे गांव में हो रही है कि कैसी माँ है जिसमे फूल से बच्ची को कुत्तों का निवाला बनाने के लिये फेक दिया था। जानकारी से पता चला है कि निर्दयी माँ ने बच्ची को भैयालाल के पैरावट में मिली है