Devinder Singh Rajput Sagai Purnima Bundela emotional story: आपने विवाह मूवी तो जरुर देखी होगी ना, जी हाँ वही मूवी जिसमे पूनम का शरीर पूरी तरह से जल जाता है. शाहिद कपूर फिर भी उससे शादी कर लेता है. हाँ वैसी ही स्टोरी अब रियल में घटित हो गई है. या मैं कहूँ की फिल्म बनाने वाले ने यह घटना पहले ही भांप ली थी की इस स्टोरी पर पूरी मूवी बना डाली.
Devinder Singh Rajput Sagai Purnima Bundela emotional story –
खैर आज मैं आपके लिए एक ऐसी खबर लेकर आया हूँ, इसे पढने के बाद आप यह जरुर कहोगे की सच में इंसानियत आज भी जिन्दा है. आज मैं आपके साथ एक ऐसी घटना शेयर करने जा रहा हूँ, जिसे सुनने के बाद या तो आप उस लड़के की हिम्मत को सलाम करोगे या फिर उसके माता-पिता के संस्कारों को. तो चलिए घटना के बारें में विस्तार से जानते हैं.
मध्यप्रदेश के सागर के रहने वाली दवेंद्र ने कुछ ऐसा किया है की उसके घर में ही नहीं उसके सुसराल में भी उसकी इज्जत बहुत बढ़ गई है.
आपको बता दूँ की दवेंद्र की शादी इसी साल 26 जनवरी 2019 को होने वाली थी. शादी के कार्ड बाँट दिए गये थे और सब अपनी बहु आने का इन्तजार कर रहे थे पर अचानक एक घटना घटी और सब धरा का धरा रह गया. 9 जनवरी
2019 को पूर्णिमा के साथ एक हादसा हुआ और शादी को टालना पड़ा. पूर्णिमा गरमपानी ले रही थी की अचानक उसका पैर फिसला और आग में झुलस गई, जिससे पूर्णिमा की काफी बॉडी जल गई थी. उसे इलाज के लिए भोपाल हॉस्पिटल लेजाया गया.
पिता और भाई का हो गया निधन –
दरअसल आप की जानकारी के लिए बता दे की, पूर्णिमा के भाई और पिता का निधन भी एक घटना के कारण हो गया था और पूर्णिमा और उसकी बहन प्राची की देखभाल उसकी माँ करती थी ऐसे में बड़ी बेटी का शरीर पूरी तरह जल जाने से
उन्हें संभालने वाला कोई नहीं था. रिश्ता भी ऐसे लग रहा था की टूट जाएगा पर कहते है ना की अपने बच्चों के संस्कार कभी कभी काम आ जाते हैं.
छोड़ दी अपनी जॉब –
दवेंद्र को जब इस घटना का पता चला तो वो अपनी नौकरी छोड़कर सीधे पूर्णिमा के पास आ गया और उसकी देखभाल करने लगा, ऐसे में पूर्णिमा की माँ और बहन को बहुत साहरा मिला, दवेंद्र ने पूर्णिमा को इसी जली हालत में अपनाने का फैसला किया है.
दवेंद्र कहते है की यदि यह घटना उनके यहाँ हो जाती तो हम क्या करते ? इसलिए मैं ऐसी घटना होने पर पूर्णिमा और उसके परिवार का साथ नहीं छोड़ूगा.दवेंद्र पिछले 3 महीनो से अपनी जॉब पर नहीं गये तो उन्हें जॉब छोड़ने पड़ी और उन्होंने पूर्णिमा की देखरेख और उसकी तीन सर्जरी करवाई है.
दरअसल आप की जानकारी के लिए बता दे की, अब पूर्णिमा पहले से काफी बेहतर है पर उनकी और सर्जरी होना भी बाकी है. पूर्णिमा ने अपने शब्दों में कहा की वो दवेंद्र जैसा पति पाकर दुनिया की सबसे खुशकिस्मत पत्नी बन गई है.वहीँ
पूर्णिमा के परिवार वालों और माँ ने भी यह कहा है की दवेंद्र जैसा पति पूर्णिमा को मिला उसके साथ साथ हमें एक साहरा भी मिला है जो हमें टूटने नहीं देता है. हमारी हर प्रॉब्लम में भी दवेंद्र उनके साथ खड़ा रहता है.