इंसान हो या जानवर जानिए ड्राइवर क्यों नहीं रोकता ट्रैन , वजह हैरान कर देगी

दोस्तो आपने कई बार न्यूज़ चैनल में या किसी अखबार में आपने ये सुना होगा  कि ड्राइवर की गलती के कारण ट्रेन का हुआ हादसा या दुर्घटना घटी। दोस्तो क्या ट्रेन दुर्घटना में सच मे ड्राइवर की गलती होती है या नहीं चलिये जानते है-

आखिर इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद भी कितनी दूरी तय कर जाती है ट्रेन?

दोस्तो जैसे कि आप जानते है कि ट्रेन दो प्रकार  की होती है एक तो मालगाड़ी दूसरे होती पैसेंजर ट्रेन ,  दोस्तो अगर आप मालगाड़ी में इमरजेंसी ब्रेक लगाते है तो ट्रैन करीब 1 से 2 किलोमीटर की दूरी पर जाकर रुकती  है क्योंकि   मालगाड़ी में बहुत सारे डिब्बे होते है जिन्हें

अचानक से रोकने पर सभी पहियों पर  रगड़ होती है जिससे उन्हें रुकने के लिए कुछ देर की दूरी भी तय करनी पड़ जाती है। वहीं अगर हम बात करे दोस्तो पेसेंजर ट्रैन की तो पैसेंजर ट्रेन  की तो दोस्तो पेंसजर ट्रैन कभी खाली नहीं रहती है वो हमेशा ट्रैन यात्रियों से भरी रहती है  ।

दोस्तो पेसेंजर ट्रैन पर जब आप अचानक ब्रेक लागते है या ट्रैन के लोको पायलट के द्वारा पेसेंजर ट्रैन में ब्रेक लगाया जाता है तो ट्रैन  के ब्रेक पाइप का पूरा प्रेसर खत्म होने तक मे ट्रैन 1200 से 1300 मीटर तक सफर तय कर लेती है   जिसमें ये भी खतरा होता है कि कही ट्रेन  पटरी से नीचे उतर ना जाये।

आखिर क्या वजह होती है कि  आ रही गाडी को देखकर भी ड्राइवर ट्रेन क्यों नहीं रोकता

दोस्तो जैसे की आपको पता है की ट्रेन की गति 100 से 200 किलोमीटर पर घंटे की हिसाब से चलती है ऐसे में चाहे कितना भी हो जाये  सामने से आने वाली ट्रेन से हादसा नहीं रोक सकते है क्योंकि ट्रेन की गति इतनी ज्यादा  होती कि ड्राइवर चाह कर भी ब्रेक नहीं लगा पाता है।

दोस्तो ये ऐसी स्थिति  होती है कि अगर रेलवे ट्रेक  पर अगर मोड़ हो छोटा सा  भी तो उससे भी बहुत  बड़ा हादसा हो सकता है । दोस्तो सबसे ज़्यादा समस्या का सामना ट्रेन में ड्राइवर को ही करना पड़ता है क्योंकि अगर रात्रि के समय ड्राइवर को ट्रेन से उतना भी दिखाई देता है जितना ट्रेन की लाइट से दिखता है ।

आखिर लोकोपायलट  के द्वारा कब लगाये जाते है इमरजेंसी ब्रेक?

दोस्तो इमरजेंसी ब्रेक का उपयोग तब किया जाता है जब ट्रेन के समाने कोई ऐसी चीजें आ जाये  ट्रेन  के पास पहुँचाने से पहले रोक जा सकते है । दोस्तो इमरजेंसी ब्रेक  का उपयोग तब भी किया जाता है जब ट्रेन में कुछ समस्या आ गयी हो क्योंकि ट्रेन पर कई बार कई तरह की समस्या आ जाती है ।

दोस्तो ट्रेन में इमरजेंसी ब्रेक के अलावा  लिवर ब्रेक  होता है जिसे सामान्य ब्रेक भी कहा जाता  है ,इस ब्रेक  का उपयोग  तब किया जाता है ट्रैन को रोकने के लिए ड्राइवर के पास पर्याप्त समय हो।


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