सास बहू के रिश्ते की जब भी बात आती हैं तो हमें सबसे पहले क्लेश और झगड़े का ख्याल आता है. ऐसा कहा जाता है कि सास और बहू का आपस में बनना मुश्किल है. सास हमेशा बहू का बुरा चाहती है और बहू सास का. लेकिन जैसे जैसे दुनिया बदल रही है वैसे ही यह सोच भी बदल रही है.
इसकी एक बानगी देखने को मिली है उड़ीसा के अंगुल जिले में. इस जिले के गोबरा गाँव की पूर्व सरपंच प्रतिमा बेहरा ने अपनी विधवा बहू की शादी कराके सास बहू के रिश्ते में एक मिसाल पेश की है. आइये इस बारें में विस्तार से जानते हैं.
आपको बता दें कि प्रतिमा बेहरा ने अपने बेटे की मौत के बाद बहू की दुबारा शादी करवाई. प्रतिमा के बेटे रश्मिरंजन की कुछ महीने पहले एक कोयले खदान में हादसे के दौरान मौत हो गयी थी.
बेटे की मौत के बाद माँ और रश्मिरंजन की बीबी लिली का रो रोकर बुरा हाल था. बेटे की माँ न जब देखा कि बहू का रो रोकर बुरा हाल है तो उन्होंने बहू की दूसरी शादी करवाने की सोची.
प्रतिमा बेहरा ने अपने भाई के बेटे संग्राम बेहरा से अपनी बहू की शादी करवा दी. यह शादी 11 सितम्बर को राजकिशोरपाड़ा मंदिर में हुई.
शादी के दौरान लिली के ससुराल वाले और मायके वाले दोनों मौजूद थे. प्रतिमा जी के इस नेक काम को सभी सराह रहें हैं. लोगों का कहना है कि अगर प्रतिमा जी की तरह सभी सास हो जाएँ तो समाज में काफी बदलाव आ सकता है.
मुझे अपनी बहू से प्यार है इसलिए –
वहीं अपनी बहू के बारें में प्रतिमा ने कहा कि मैंने हादसे में अपने बेटे को खोया, इस नुकसान की भरपाई कभी हो नहीं सकती है. मुझे अपनी बहू से प्यार है. इसलिए मै चाहती हूँ कि वह एक सुखद जीवन व्यतीत करें. मुझे यह देखकर बुरा लगता है कि वह इतनी कम उम्र में रोटी है और दुखी रहती है. इसिलए मैंने उसकी दुबारा शादी कराने का फैसला किया. आपको बता दें इसी साल फ़रवरी में लिली की शादी रंस्मिरंजन से हुई थी.