बिहार के मुजफ्फरपुर जंक्शन को विश्व स्तर का बनाने के लिए सरकार ने 400 करोड़ रुपये के डीपीआर को स्वीकृति मिल गई है। रेल भूमि विकास प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा शनिवार को हरी झंडी मिल गई है। अब 22 मई को टेंडर जारी होने के बाद कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
मालूम हो कि पहले 200 करोड़ का डीपीआर तैयार किया गया था। रेल मंत्री के आदेश पर एयर कानकोर्स(बड़ा ब्रिज) में वृद्धि होने से इसमें 200 करोड़ रुपये और बढ़ गए। डीपीआरके मुताबिक आरपीएफ पोस्ट के नजदीक 6 मीटर के बने फुटओवर ब्रिज को तोड़कर हटा दिया जाएगा।
और वहां से पश्चिम दिशा की ओर 108 मीटर का एयर कानकोर्स बनाया जाएगा। दरसल पिछले डीपीआर में एयर कानकोर्स की लंबाई-चौड़ाई कम था जिस पर रेल राज्य मंत्री ने आपत्ति जताई थी। उसके बाद जगह के अनुसार इसे बढ़ाया गया है।
राजधानी पटना में 12 मई को प्री बीड से पहले ठीकेदारों के साथ एक बैठक आयोजित होगी। उसमें कार्य की दक्षता व गुणवत्ता के साथ काम को समय से पूर्ण करने पर चर्चा होगी। टेंडर ओपन का समय 22 जून रखा गया है। उस दिन रेल भूमि विकास प्राधिकरण के जीएम प्रोजेक्ट पीआर सिंह,
मेंबर प्रोजेक्ट अंजनी कुमार एवं जीएम सुनील कुमार वर्मा सहित अन्य रेल अधिकारी मौजूद रहेंगे। टेंडर होने के बाद रेल अधिकारी इसका शुभारंभ करेंगे। अधिकारियों के मुताबिक एयरपोर्ट का निर्माण करने वाली कंपनी को इसका टेंडर सौंपा जाएगा। 50 साल बाद की आबादी को मद्देनजर रखते हुए इसका निर्माण होगा।
आपको बता दूं कि मुजफ्फरपुर रेलवे जंक्शन को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए सभी एक्जिट प्वाइंट को बंद कर दिया जाएगा। सिक्यूरिटी चेक से लेकर स्कैनर मशीन भी लगाए जाएंगे। स्टेशन के एरिया में ही दो मंजिले पर गाड़ियों की पार्किंग होगी। यात्री एयर कानकोर्स से उतरकर प्लेटफार्म पर जाएंगे।
हालांकि प्लेटफार्म ग्राउंड फ्लोर पर ही रहेगा। वहीं बुजुर्ग एवं दिव्यांगों के लिए स्वचालित सीढ़ी व लिफ्ट की व्यवस्था रहेगी। वहीं स्टेशन के 8 नंबर प्लेटफार्म के आगे बने रेलवे के 14 क्वार्टरों को तोड़कर उसे ब्रह्मपुरा रेलवे कालोनी में शिफ्ट कर दिया जाएगा। स्टेशन के पूर्व साइड का लुक ऐसा बनाया जाएगा कि रेल यात्री सिटी बस से वहां उतर कर टहलते हुए सिक्यूरिटी चेक होने के बाद ट्रेन पकड़ेंगे।